चाँद से रोशन हो रमज़ान तुम्हारा,
इबादत से भर जाए रोज़ा तुम्हारा,
हर नमाज़ हो कबूल आपकी,
बस यही दुआ है खुदा से हमारी,
!!Ramadan Mubarak!!
अल्लाह बेजुबान को जब जुबान देता है,
पढ़ने को फिर वो कुरआन देता है,
बख्शने पर आए जब उम्मत के गुनाहों को,
तोहफे में गुनाहगारों को रमजान देता है.